आप अक्सर कार में आग लगने की खबर सुनते होंगे लेकिन क्या आप ने इसकी वजह जानने का प्रयास किया है? यदि आपके पास भी कार है तो यह खबर आपको सुरक्षित रखने में काफी हद तक मदद करेगी. एक कार में तमाम वजह हो सकती है. कभी तकनीकी खामियां से कार आग का शिकार हो जाती है तो कभी कार चालक की गलतियों से आग में जल जाती है.
किन कारणों से कार में आग लगती है.
जब आप कार खरीदते है तो कुछ कंपनी की सर्विस होती है लेकिन कंपनी के द्वारा प्रदान की हुई सर्विस समाप्त हो जाती है तो आप ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर सर्विस ना करा कर अनऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर आप सर्विस कराने लगते हैं जिनको इसके बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं होता है.
कार को ऑपरेट करने में लगभग 20000 पार्ट्स लगे होते हैं जो सर्विस कराने के बाद अगर उनमें कुछ गड़बड़ी आती है तो यह आग लगने का कारण बन जाता है तो जहा तक हो सके कार का ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर ही सर्विस कराना चाहिए.
शोरूम से कार खरीदने के बाद मार्केट से ऐसोसिरीज लगवाना भी आग लगने का कारण बनता है-
कुछ लोग नयी कार खरीदते ही प्लान बना लेते है एडिशनल ऐसोसिरीज लगवाने के लिए, लेकिन उनको पता नही होता है कि यह काम खतरे से खाली नही है. व्यक्ति कार खरीदता है और पेट्रोल कार को CNG में बदलवाना चाहता है लेकिन यह बहुत रिक्सी कार्य होता है और इसे कार में आग लगने के चांस बढ़ जाते हैं.
कार में आग लगने से किस तरह की मुश्किलें उत्पन्न होती है-
कार में आग लगने से सभी इलेक्ट्रिक पार्ट्स जाम हो जाते है जैसे इंटरलॉकिंग, सीटबेल्ट, पावर विंडो
आग लगने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्सर्जित होती है जो जान लेवा साबित हो सकती है.
बचाव-
*कार को मोडिफाइड कराने से बचे
*फैक्टरी फिटेड पार्ट्स के अलावा अन्य पार्ट्स न लगवाये.
*उचित फ्यूल का ही कार में इस्तेमाल करें.
*फायर एक्सटिंग्विशर, कैची, हथौड़ी जरूर रखें.