5G जनरेशन का इंटरनेट यानी कि 5G लांच होने के दरवाजे पर बिल्कुल तैयार खड़ा है. अगले साल के शुरुआती महीनों में कई देशों के नेटवर्क में यह अपना स्थान बना सकता है. 5G नेटवर्क की टेस्टिंग भी चल रही है. 5G नेटवर्क के आ जाने से 4G की तुलना में 10 से 15 गुना ज्यादा तेज इंटरनेट स्पीड मिलने की उम्मीद है, लेकिन अभी बहुत से ऐसे सवाल है जिनके जवाब आने अभी बाकी है
क्या 5जी के आ जाने से आपको नए फोन की जरूरत पड़ेगी? गांव तक पहुंचने में इसे कितना टाइम लगेगा? ये सवाल है जिनके जवाब अभी नहीं मिले हैं.
5G नेटवर्क
5G नेटवर्क मोबाइल नेटवर्क से संबंधित है. 5G को इंटरनेट की पांचवी पीढ़ी मानी जा रही है. 5G से पहले अभी वर्तमान समय में 4G चल रहा है, तो ऐसे में कही न कही 5G में 4G से कहीं अधिक इंटरनेट स्पीड होगी जो फास्ट डाउनलोडिंग, फास्ट डाटा ट्रांसफर, फास्ट अपलोडिंग जैसी तमाम कार्यों में तेजी ले आयेगा.
5जी के फायदे
वर्तमान समय में आधे से ज्यादा कार्य यह कहे तो लगभग प्रत्येक कार्य इंटरनेट के बिना संभव नहीं है. रेलवे स्टेशन, बैंकिंग जिसे तमाम स्थानों पर इंटरनेट का एक अहम रोल होता है, तो ऐसे में 5जी आ जाने से शहर पहले से और स्मार्ट होगा. इसके यूज़र भी पहले से और स्मार्ट बनेंगे. 5जी से आवागमन के वाहनों में भी जैसे की कार जो स्वचालित होती हैं. वह एक दूसरे से हाई स्पीड इंटरनेट के द्वारा बेहतर संवाद स्थापित कर पाएंगी. मेडिकल की दुनिया में भी इंटरनेट बेहद जरूरी हिस्सा है तो वहां फास्ट नेटवर्क के हो जाने से मेडिकल की दुनिया में बदलाव आएगा.
भारत में कब तक 5जी अपना पहला कदम रखेगा और क्या फोन भी बदलना होगा
उम्मीद जताई जा रही है कि डेवलप देशों में 2020 तक 5जी अपने सफ़र में गतिमान होगा. लेकिन वही भारत की बात करें तो शायद थोड़े और समय लग सकते हैं. टेलीकॉम विशेषज्ञ आशुतोष सिन्हा मानते हैं कि इस तकनीकी के लिए भारी निवेश की जरूरत पड़ेगी और शायद भारतीय कंपनियां इससे बचे.
जब 4जी आया था तो फोन बदलने पड़े थे तो अगर अब 4जी से 5जी आता है तो अनुमान लगाया जा सकता है कि फोन फिर से बदलने पढ़ सकते हैं.