Saturday, May 18, 2024
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PCOS Meaning in Hindi

PCOS Meaning in Hindi। PCOS और PCOD में फर्क। वजन घटाएं

by Vinay Kumar
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PCOS Meaning in Hindi क्या होता है। आपको बता दें कि पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम है, जो महिलाओं को होती है। इस समस्या के दौरान महिलाओं को कई समस्याएं होने लगती है। जिनमें से एक वजन बढ़ना भी शामिल है। आज हम आपको पीसीओएस की समस्या की वजह बताएंगे। इसके अलावा बहुत सी महिलाएं PCOS और PCOD को भी एक जैसा ही समझती हैं। जबकि यह दोनों एक दूसरे से काफी अलग हैं। हम आपको इन दोनों के बीच का अंतर बताएंगे।

साथ ही यह भी बताएंगे कि आखिर किस तरह महिलाएं पीसीओएस की स्थिति में भी अपना वजन आसानी से घटा सकती हैं। अगर आप वजन घटाना चाहती हैं या पीसीओएस से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करना चाहती हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें। 

पीसीओएस और पीसीओडी में फर्क जानिए – Difference Between PCOS And PCOD in Hindi

पीसीओएस और पीसीओडी में फर्क जानिए - Difference Between PCOS And PCOD in Hindi

पीसीओएस और पीसीओडी में काफी फर्क है। आपको बता दें कि पीसीओडी एक ऐसी स्थिति में जिसमें ओवरी से ऐग्स वक्त से पहले ही रिलीज होने लगते हैं। वहीं पीसीओएस एक हार्मोन इंबैलेंस की स्थिति है। आइए विस्तार से जानते हैं इन दोनों स्थितियों का फर्क

क्या है पीसीओएस का अर्थ – PCOS Meaning in Hindi

क्या है पीसीओएस का अर्थ - PCOS Meaning in Hindi

पीसीओएस एंडक्रीन सिस्टम से जुड़ा एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर की स्थिति है। इस दौरान महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन अधिक मात्रा में रिलीज होने लगती है। जिसकी वजह से ओव्यूलेशन में अनियमितता उत्पन्न हो जाती है। इस स्थिति में महिला के अंडाशय में बहुत सारे सिस्ट बन जाते हैं। आपको बता दें कि पीसीओएस पीसओडी से कही ज्यादा खतरनाक समस्या है। इस स्थिति में वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसे में आप पीसीओएस के दौरान वजन कैसे घटाया जाए यह बताएंगे।

क्या है पीसीओडी – What is PCOD in Hindi 

क्या है पीसीओडी - What is PCOD in Hindi 

पीसीओडी एक बीमारी है जिससे लगभग दुनियाभर में लाखों करोड़ों महिलाएं पीड़ित है। इस बीमारी के दौरान ओवरी समय से पहले ही ऐग्स रिलीज करने लगती है। जो आगे चलकर सिस्ट में भी तब्दील हो जाती है। इसकी वजह से महिलाओं को वजन बढ़ने लगता है, हेयर लॉस होता है और पेट दर्द जैसी समस्या भी रहने लगती है। इसके अलावा पीसीओडी की स्थिति के दौरान ओवरी का आकार भी बड़ा हो जाता है। साथ ही इस दौरान महिलाओं के शरीर में मेल हार्मोन का रिसाव अधिक हो जाता है। आमतौर पर इसकी वजह खराब खान पान और एक खराब जीवन शैली होता है। 

दोस्तों आप समझ गए होंगे कि PCOS Meaning in Hindi क्या है और पीसीओडी और पीसीओएस में क्या फर्क है। आइए जानते हैं पीसीओएस में वजन किस तरह घटाया जा सकता है।

पीसीओएस में वजन कैसे घटाए – How To Loose Weight in PCOS (Meaning in Hindi)

पीसीओएस में वजन कैसे घटाए - How To Loose Weight in PCOS (Meaning in Hindi)

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOSके दौरान। दरअसल यह समस्या हार्मोनल इम्बैलेंस की है। इस समस्या के चलते महिलाओं का वजन बहुत असाधारण तरीके से बढ़ने लगता है। PCOS के दौरान अगर कोई महिला वजन कम करने का प्रयास करती भी है, तो उनकी मेहनत के मुकाबले उन्हे परिणाम आधे ही मिलते हैं।

इसलिए जरूरी यह है कि PCOS से पीड़ित महिलाएं वजन कम करने का सही तरीका और डाइट जानें और यह भी समझें कि पीसीओएस और पीसीओडी में क्या फर्क है।

थोड़ा कम थोड़ा ज्यादा तभी होगा पीसीओएस में वजन आधा

हमारा भोजन हमारे शरीर को आकार देता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने भोजन से कार्ब्स की मात्रा को थोड़ा कम कर दें। ऊपर से आपको PCOS की समस्या है, तो अधिक मात्रा में कार्ब्स का सेवन आपके वजन को ज्यादा बढ़ा सकता है। ऐसे कई शोध हो चुके हैं जो बताते हैं कि PCOS से पीड़ित महिला अगर अधिक कार्ब्स के सेवन करती है तो इससे इंसुलिन प्रभावित होता है, जो वजन और शरीर में फैट बढ़ने का एक अहम कारण है। इसके अलावा अगर आपको वजन कम करना है, तो भोजन में कार्ब्स की जगह प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाना होगा। 

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पीसीओएस में यह खाने से घटेगा वजन

अब आप अगर कार्ब्स कम कर रहे हैं, तो इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको गुड फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करना है। गुड फैट के लिए आप जैतून का तेल (Olive Oil) , अखरोट का मक्खन, एवोकाडो आदि का सेवन कर सकते हैं। इनके अंदर मौजूद अधिक कैलोरीज आपको ऊर्जा से भरा रखेंगी और आप असमय कुछ भी खाने से बचे रहेंगे। इसके अलावा इन खाद्य पदार्थों के अंदर मौजूद पोषक तत्व आपको PCOS के अन्य प्रभावों से बचा कर रखेंगे। 

फाइबर थोड़ा ज्यादा

वजन कम करने में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन ना केवल आपके पेट को ज्यादा समय तक भरा रखता है। बल्कि इसके जरिए आपकी पाचन क्रिया भी बेहतर हो जाती है। साथ ही यह आपके  रक्त में मौजूद शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है। इसके अलावा एक अध्ययन में यह भी बताया गया है कि उच्च फाइबर प्रचूर मात्रा में लेने से इंसुलिन के प्रतिरोध को भी कम किया जा सकता है। फाइबर युक्त पदार्थों के सेवन से PCOS से पीड़ित महिलाओं को पेट की चर्बी घटाने में मदद मिलती है।    

PCOS में दही क्यों जरुरी

वजन कम करने में हमारी इंटेस्टाइन के बैक्टीरिया एक अहम भूमिका अदा करते हैं। इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाने का भी कार्य करते हैं। वहीं PCOS से पीड़ित महिलाओं के आंत में इन बैक्टीरिया की तादाद थोड़ी कम होती है, जिसकी वजह से उन्हें वजन कम करने में परेशानी आती है। लेकिन ऐसा नहीं है कि इन बैक्टीरिया को बढ़ाया नहीं जा सकता है। इसके लिए आपको दही और केफिर का सेवन करना होगा। इसके सेवन से आपकी आंत के बैक्टीरिया की संख्या बढ़ जाएगी और आपका वजन कम करना थोड़ा आसान हो  जाएगा। 

एक्सरसाइज का सही चुनाव

हमारा पांचवा और आखिरी सुझाव है एक्सरसाइज का। एक्सरसाइज के बिना वजन कम करना लगभग असंभव है। वहीं PCOS से पीड़ित महिलाओं को तो भोजन से कुछ समय पहले एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इससे उनका मेटाबॉलिज्म को बेहतर होता है। अगर आपको अधिक मात्रा में कैलोरीज कम करनी है तो आप हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करें। इसमें आप क्रॉस फिट, कार्डिओ, स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज का चुनाव कर सकती है। 

निष्कर्ष

दोस्तों हमने अपने इस लेख में आपको PCOS Meaning in Hindi में क्या है यह बता दिया है। इसके अलावा आपने पीसीओएस और पीसीओडी के बीच के फर्क को भी जान लिया है। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

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