आईपीएस भारतीय पुलिस में नंबर वन पोस्ट मानी जाती है। इसमे हर किसी का सिलेक्शन आसानी से नहीं होता है। आईपीएस बनने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ती हैं, तब जाकर हम इसमें सिलेक्ट हो पाते हैं। आज हम इस लेख में बताएंगे कि आप आईपीएस कैसे बन सकते हैं। आईपीएस एग्जाम को सिविल सर्विस द्वारा कंडक्ट कराया जाता है। सिविल सर्विस द्वारा इस एग्जाम को साल में एक बार लिया जाता है जिसमें कुछ नियम व शर्तों के साथ आप इस एग्जाम को दे सकते हैं।
अगर आपका लक्ष्य आईपीएस बनना है, तो आप इस एग्जाम को क्लियर करके बन सकते हैं। सिविल सर्विस आईपीएस का एग्जाम थोड़ा टफ बनाता है। इस बात का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं, कि इस एग्जाम को देने के लिए हर साल लाखों लोग बैठते हैं और मात्र कुछ ही लोग क्लियर कर पाते हैं।
आईपीएस बनने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक जो की निम्नलिखित है-
आईपीएस बनने के लिए उम्र और शैक्षिक योग्यता क्या होनी चाहिए?
एग्जाम में बैठने के लिए सर्वप्रथम आपको ग्रेजुएट (किसी भी फील्ड में) होना अनिवार्य है। एग्जाम में भारत के अलावा दो देशों के लोग बैठ सकते हैं। प्रथम नेपाल और द्वितीय भूटान। एग्जाम देने वाले उम्मीदवार की उम्र 21 से 30 साल के बीच होना चाहिए। उम्र में एससी और एसटी वर्ग के लोगों को 5 साल की छूट दी जाती है।
शारीरिक योग्यता/क्षमता
आपको आईएएस बनने के लिए केवल पढ़ाई ही अनिवार्य नहीं होता है बल्कि इसमें कुछ शारीरिक योग्यताओं को भी मांगा जाता है। शारीरिक योग्यता में पुरुष की लंबाई 165 सेंटीमीटर होनी चाहिए। एससी और ओबीसी वर्ग के लोग 160 सेंटीमीटर में भी अप्लाई कर सकते हैं। दूसरी ओर महिला उम्मीदवार की हाइट कम से कम 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए। एससी और ओबीसी वर्ग की महिलाएं 145 सेंटीमीटर में भी अप्लाई कर सकती हैं। चेस्ट पुरुषों के लिए कम से कम 84 सेंटीमीटर होना अनिवार्य है और महिलाओं के लिए 79 सेंटीमीटर होना चाहिए। इन सब के पश्चात आंखों का चेकअप होता है।
आईपीएस के एग्जाम सिविल सर्विस द्वारा दो चरणों में लिए जाते हैं। पहले चरण में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं इसको हम प्रीलिम्स एग्जाम भी कहते हैं। इसमें दो पेपर होते हैं जो 200 – 200 मार्क्स के होते हैं। दूसरा एग्जाम को मेन एग्जाम कहते हैं जिसमें लिखित परीक्षा और इंटरव्यू शामिल होता है। जैसे ही आप प्रीलिम्स एग्जाम और लिखित एग्जाम और इंटरव्यू को क्लियर कर लेंगे इसके पश्चात की आईपीएस के लिए जॉइनिंग की ट्रेनिंग होगी।