Saturday, May 4, 2024
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33 साल बाद फिर आई रामायण! ऐतिहासिक बना यह लॉकडाउन

by Divyansh Raghuwanshi
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आज से 33 साल पहले tv पर रामानंद सागर द्वारा बनाई गई रामायण प्रसारित किया जाता था। उस समय जो पैसे वाले लोग होते थे उनके ही घर पर टेलीविजन होती थी। इंसानियत देखिए वह लोग tv को बाहर खुले में लगाते थे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग रामायण देख सकें। सभी लोग रामायण देखते थे। रविवार के दिन प्रसारित होने वाला यह सीरियल लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया था। रामायण के द्वारा बताई गई बातों को अपने जीवन में अमल करने की कोशिश करते थे।

 रामायण सीरियल ने लोगों के जीवन में बात परिवर्तन किया था। आज भी समय उस परिवर्तन का है भारत कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इटली शहर आज तबाह हो गया है। अमेरिका जैसे महाशक्ति ने इस महामारी के आगे घुटने टेक लिए। चीन ने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। हम भारतवासियों परपरमात्मा की कृपा है, कि हम इस महामारी से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में भगवान राम और उनकी शक्तियां को पहचान कर हम सकारात्मकता की ओर आगे बढ़ेंगे।

भगवान राम के जीवन से संघर्ष सीखें

आज भारत को सकारात्मकता की आवश्यकता है। भगवान राम का जीवन कठिनाइयों भरा था लेकिन उन्होंने निराशा को दूर कर विजय प्राप्त की। हम भारतियों को भी जीवन का सपना लेकर आगे बढ़ना है। चाहे कुछ भी हो जाए हम आज नहीं छोड़ेंगे। राम का चरित्र निभाने वाले अरुण गोविल ने स्वयं उस समय की बातें साझा की। उस समय जब वह सड़क पर निकलते थे तो लोग उन्हें प्रणाम करते थे। राम सीता मानकर साक्षात ईश्वर मानते थे। भगवान राम जब थोड़े बड़े हुए तो विश्वामित्र जी उन्हें राक्षसों को मारने के लिए वन में ले गये। Ramayan Then and Now 380x214 1

उसके बाद जब राज मिलने वाला था, तो वनवास मिल गया। वनवास में सीता हरण और रावण युद्ध जैसी कठिन परिस्थितियों का किस प्रकार सामना किया। जीवन जीना तो हम रामायण से सीखे। इन सभी संघर्ष के बाद भी हंसते हुए जीवन की कठिनाइयों का सामना किया। आज के बच्चे यह सब देख कर बहुत कुछ सीखने। हम सभी को यह सोचना चाहिए कि ईश्वर ने हमारे बच्चों पर कृपा की है।

समाज की तस्वीर बदलेगी रामायण untitled 11

आज हम आज को संयम रखने की आवश्यकता है। 21 दिन का लाकडाउन लंबा समय होता है। पूरे समय सिर्फ घर में रहना आसान नहीं होता। हम भारतवासी बहादुर और अपने आप को सुरक्षित रखना जानते हैं। हम अपनी बच्चों को कहानियां के द्वारा रामायण बताते थे, अब वह प्रत्यक्ष रामायण देखेंगे। हमारे द्वारा कही गई बातें उन्हें सही साबित करेंगी। आज भाग-दौड़ की दुनिया में उन्हें समझने का मौका ही नहीं मिला। वह रामायण से रूबरू होकर जीना सीखो। 

इस लाकडाउन को बच्चों का भविष्य बदलना माने। वह भी जीवन से सबक ले। समाज की तस्वीर ही बदल जाएगी। रामायण देख कर अपने जीवन के लिए अच्छा सीखने का मौका मिलेगा। हम भारतीय अपने धर्म पर गर्व करते हैं। परमात्मा हमेशा हमारे साथ है। इस बात  प्रमाण है, कि हम इन कठिन स्थितियों में ईश्वर से जुड़े रहना चाहते हैं। रामायण सीरियल का प्रसारण इस बात का सबूत है। हमें अपने ईश्वर पर पूरा विश्वास है। रामायण हमारे बच्चों की सही दिशा निर्धारित करें। आनंद के साथ इस महामारी से बाहर निकल। दुनिया को दिखाना है, कि हम भारतीय है। हमारा परमात्मा हमारे अंदर है।

 

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