बॉलीवुड की ‘ट्रेजिडी क्वीन’ कही जाने वाली बेहद खूबसूरत अदाकारा मीना कुमारी की 85वीं जयन्ती है। मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बेगम था। लेकिन बॉलीवुड में सभी उन्हें मीना कुमारी के नाम से ही जानते थे। मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1932 को हुआ था।
हिन्दी सिनेमा के पर्दे पर दिखी अब तक की सबसे दमदार अभिनेत्रियों में मीना कुमारी का नाम भी आता है। अपनी खूबसूरती और अदाकारी से मीना कुमारी लाखों दिलों पर राज करती थीं। न जाने कितने लोग उनकी एक झलक पाने को बेताब रहते थे। हर एक्टर और डायरेक्टर उनकी अदाओं का कायल था। हर कोई उनके साथ काम करना और स्क्रीन शेयर करना चाहता था।
मीना कुमारी ने छह साल की उम्र में अभिनय की दुनिया में कदम रखा। अपने 30 साल के पूरे फिल्मी सफर में मीना कुमारी ने 90 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। 1952 में रिलीज हुई फिल्म ‘बैजू बावरा’ से मीना कुमारी को हिरोइन के रूप में पहचान मिली। इसके बाद 1953 में ‘परिणीता’, 1955 में ‘आजाद’, 1956 में ‘एक ही रास्ता’, 1957 में ‘मिस मैरी’, और ‘शारदा’, 1960 में ‘कोहिनूर’ और ‘दिल अपना और प्रीत पराई’ जैसी फिल्मों में काम किया।
मीना एक थी लेकिन उनके प्रेमी अनेक थे। मीना कुमारी का नाम कई लोगों से जोड़ा गया। फिल्म बैजू बावरा के निर्माण के दौरान नायक भारत भूषण ने उनको अपने दिल की बात कही तो राजकुमार भी उनके प्यार में खो गए। कहा जाता है कि अकसर सेट पर राजकुमार डायलॉग भूल जाते थे। इतना ही नहीं उस दौरान बॉलिवुड के ‘हीमैन’ धर्मेन्द्र और मीना कुमारी के बीच रोमांस की खबरें भी ज़ोरों पर थी। जिंदगी के ग़मों से तंग आकर मीना ने शराब का सहारा लेना शुरू कर दिया।
कई बार वह बॉलिवुड के स्टार के साथ शराब पीने की वजह से खबरों में रही। कहा जाता है कि धर्मेन्द्र की ‘बेवफाई’ ने मीना को अकेले में भी पीने पर मजबूर किया। वे छोटी-छोटी बोतलों में देसी-विदेशी शराब भरकर पर्स में रखने लगीं। अशोक कुमार मीना कुमारी के दोस्त थे और उनसे मीना को शराब के नशे में नहीं देखा गया। उन्होंने मीना कुमारी को शराब से दूर करने के लिए होमियोपैथी की छोटी गोलियां देने की कोशिश की लेकिन मीना ने नहीं लिया। मीना ने अशोक कुमार से कहा-‘दवा खाकर भी मैं जीऊंगी नहीं, यह जानती हूं मैं।’
आज भी लोग मीना कुमारी की खूबसूरती के कायल है। 31 मार्च 1972 को लंबी बीमारी के उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा तो दर्द भी लावारिस हो गए, यतीम हो गए, शायद फिर मीना कुमारी जैसा कोई उन्हें अपनाने वाला मिला।