Thursday, May 9, 2024
hi Hindi
क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?

by Nayla Hashmi
609 views

आज की दुनिया  टेक्नोलॉजी की दुनिया है।हम जिधर भी नज़रें दौड़ाते हैं उधर हमें विज्ञान और विज्ञान से संबंधित चीज़ें ही दिखाई देती हैं। विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया और सिखाया है। उससे हम लाभ उठा रहे है।  वास्तव में विज्ञान ने इस दौर को ऊंचाइयों पर पहुँचा दिया है लेकिन कई बार विज्ञान के आविष्कार हमारे लिए ख़तरे का साधन बने हैं। अब हम एयरफ़ोन्स को ही ले लें, तो इयरफोन (Earphones) से संबंधित कई ऐसी घटनाएँ है जहाँ पर हम विज्ञान का दुरुपयोग देख सकते हैं।

कानों को हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। सिर्फ़ इतना ही नहीं बल्कि कान  हमारे शरीर का एक कोमल और नाज़ुक हिस्सा भी है।  जिन का ख़याल रखना हमारे लिए ज़रूरी है। ईयरफोन वैसे तो पूर्ण कॉलिंग या किसी मूवी को देखने के दौरान उपयोग में  लाए जाते हैं। लेकिन इनका ज़्यादा उपयोग नुक़सानदेह है।

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?

 किसी भी चीज़ का इस्तेमाल जरूरत के अनुसार करने में ही भलाई है। आजकल earphones का इस्तेमाल बहुत हो रहा है। जहाँ देखिए, आपको कोई ना कोई जरूर earphones लगाए दिखेगा जैसे earphones हमारे जिन्दगी के लिए जरूरी हों। लेकिन यह बात ध्यान में रखें कि इयरफोन बहरेपन का कारण बन सकते हैं।

असल में, इससे कान के पर्दे बहुत प्रभावित होते हैं। कान के अंदर के हिस्से को जिसे इनर ईयर कहते हैं उसमें अनेक नसें और अंग होते हैं जो दिमाग तक जाते हैं। लगातार एक घण्टे से अधिक इयरफोन का इस्तेमाल कानों के लिए खतरनाक होता है।

Earphones कितना नुकसान करेगा यह निर्भर करता है कि आप लगातार कितने देर संगीत सुनते हैं और कितना तेज संगीत सुनते हैं। ज्यादा देर तक और ज्यादा तेज संगीत पर्दे पर ज्यादा दबाव डालता है। इससे कान के पर्दे  बुरी तरह प्रभावित होते है।

Earphones से सम्बंधित सुरक्षा के कुछ उपाय 

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?

इयरफोन को कम से कम ही इस्तेमाल में लाएँ। अगर इयरफोन ज्यादा देर तक इस्तेमाल करना है तो इसका वॉल्यूम 50% से 75% के अंदर इस्तेमाल करें।

85dB की सीमा से ऊपर इयरफोन से कुछ सुनना कान के लिए हानिकारक माना गया है। यहां तक ​​कि ज़ोर की आवाज़ भी आपके इयरड्रम को स्थायी रूप से तोड़ सकती है।

ध्‍यान में रखिए कि म्यूज़िक सुनने के दौरान आपको अपने इयरफोन की आवाज़ 60% से अधिक नहीं रखना है। जब इयरफोन का वोल्यूम 60% से ऊपर बढ़ाते हैं तो आपको एक वारनिंग का छोटा पॉप दिखाई देता हैं।

एक घंटे में 60% वॉल्यूम पर ही earphones का उपयोग करें।

कम वोल्यूम सुनने की आदत डालें। इससे आपके कानों पर कम दबाव पड़ेगा और नुकसान की संभावना कम होगी।

एक्टिव या पैसिव नॉइस कैंसलेशन वाले earphones का ही इस्तेमाल करें। “नॉइस कैंसलेशन इयरफ़ोन अच्छे क्वालिटी के earphones होते हैं जो बाहर की आवाज को रोकते हैं और अच्छी आवाज़ देते है”। इस तरह के earphones  कम वॉल्‍युम में अच्छी आवाज़ और म्यूज़िक  प्रदान करते है। बैकग्राउंड की आवाजें भी गाना वगैरा सुनने मे दखलअनदाजी नहीं करतीं ।

नॉइस कैंसलेशन के बिना सामान्य earphones हमेशा आपको स्पष्ट म्यूज़िक को सुनने के लिए आवाज़ को तेज बठ़ाने के लिए प्रेरित करेंगे। हालांकि, नॉइस कैंसलेशन earphones कम वॉल्‍यूम में हाई क्‍वालिटी वाली आवाज  प्रदान कर सकते है।

ध्यान रखें कि एक घंटे से अधिक हेडफोन या earphones ना लगाएं।

वॉल्यूम कम ही रखें। फोन में सुरक्षित वॉल्यूम रेंज नजर आती है। ध्यान रखें कि आवाज सुरक्षित रेंज में  ही रहे।

जरूरत से ज्यादा earphone का इस्तेमाल न करें।

किसी दूसरे व्यक्ति के earphone को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे बैक्टीरिया ट्रांसफर हो सकते है।

earphone लगाने से क्या होता है?

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?
  1. कान में खुजली
  2. कान में दर्द 
  3. अजीब अजीब सी आवाज़ें आना
  4. कम सुनाई देना 
  5. कान सुन्न हो सकता है 
  6. earphone का ज्यादा इस्तेमाल दिमाग पर भी बुरा असर डालता है
  7. सिर में दर्द हो सकता है 
  8. Earphones से कान का पर्दा फट  सकता है।
  9. बहरापन हो सकता है।
  10. earphone के ज्यादा प्रयोग करने से  सुनने की क्षमता तो प्रभावित होती है साथ ही कानों में संक्रमण भी हो सकता है।
  11. दूसरे व्यक्ति के कानों में संक्रमण होने की वजह से उसके earphones में भी संक्रमण हो सकते हैं । और उसके earphones को इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति पर भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। 
  12. earphone के द्वारा बहुत तेज आवाज में गाना सुनने से कानों के अंदर के सेल्स के खत्म होने का भी खतरा रहता है।
  13. सुनने की क्षमता भी प्रभावित होती है। Earphones से आपके सुनने की सलाहियत   40 से 50 डेसीमल  कम हो जाती है। फिर आपको कम सुनाई पड़ता है।
  14. earphones से सिरदर्द की समस्या बढ़ती है।
  15. earphone का इस्तेमाल लंबे समय तक करने से कानों में हवा नहीं हो पहुंच पाती।
  16. अगर आप तेज आवाज में earphone का इस्तेमाल करते हैं तो दिल पर असर पड़ता है।
  17. हृदय कमज़ोर हो सकता है।
  18. तेज आवाज ना केवल कान बल्कि दिल को भी बहुत नुकसान पहुंचाती है। तेज आवाज से दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। हृदय सामान्य तौर के मुकाबले तेजी से धड़कने लगता है।
  19. earphones के ज्यादा इस्तेमाल से दिमागी बीमारियां भी हो सकती हैं।
  20. सूजन और इंफेक्शन हो सकता है।

कानों को सुरक्षित रखने के लिए चुने ऐसे Earphones

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?
  • हमेशा अच्छी कंपनी का earphone इस्तेमाल करें।
  • 60% से कम वॉल्यूम लेवल पर earphone का उपयोग करें।
  • 85 डीबी से ज्यादा तेज आवाज आपके कानों के लिए खतरनाक होती है।

Conclusion 

क्या earphones कानों के लिए खतरनाक हैं?

Earphone का इस्तेमाल कम से कम करें। दरअसल कान के अंदर मौजूद नाजुक कोशिकाएं दिमाग तक आवाजें पहुंचाती हैं। जब earphones त्वचा के जरिए से इन कोशिकाओं को छूता है, इससे कानों के खराब होने का डर बना रहता है। इसलिए रोज़ ज्यादा देर तक earphone लगाने से कानों को नुकसान होता है। Earphones के ज्यादा इस्तेमाल से सिर्फ हमें नुकसान ही मिलेगा।

Earphones के मुकाबले हेडफोन ज्यादा सुरक्षित  होता है। क्योंकि कि हेडफोन कानों  के ऊपर होता  है जबकि earphones  कानों के अंदर लगता है। Earphones के ज्यादा इस्तेमाल से  कान के पर्दों पर असर पड़ता है, इसलिए हेडफोन अधिक सुरक्षित हैं।

यह सच है कि हेडफोन earphones  से ज़्यादा सुरक्षित है। लेकिन इन दोनों का ही अधिक इस्तेमाल घातक होता है। कई बार न्यूज़ में हमें ऐसी चीज़ें देखने को मिली है जो इस बात की गवाह बनी है कि earphones  लोगों को लोगों की जान तक लेने में सक्षम है। इसलिए हमें हेडफ़ोन और ईयर फ़ोन का इस्तेमाल कम से कम ही करना चाहिए।

इस लेख में हमने ईयर फ़ोन से सम्बंधित महत्वपूर्ण बातों की चर्चा की है।  आशा करते हैं कि अब आपको ईयर फ़ोन के इस्तेमाल से संबंधित सही बातें ज्ञात हो गई होंगी। आप अपने सवालों और सुझावों को कॉमेंट बॉक्स में कर के  हम से शेयर कर सकते हैं।

PUBG की वापसी एक नए वर्जन के साथ

SAMACHARHUB RECOMMENDS

Leave a Comment