Saturday, April 27, 2024
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Karwa Chauth 2021। करवा चौथ की कहानी, कथा और विधि

Karwa Chauth 2021। करवा चौथ की कहानी, कथा और विधि

by Vinay Kumar
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Karwa Chauth 2021. करवा चौथ व्रत कब है और यह क्यों मनाया जाता है या करवा चौथ व्रत की विधि और करवा चौथ की कहानी क्या है। यह सभी सवाल उन महिलाओं के जेहन में जरूर चल रही होंगी जिनकी हाल ही में शादी हुई है और वह अपने पहले करवा चौथ का व्रत रखने वाली हैं। 

हिंदू समाज और रीति रिवाजों में करवा चौथ के व्रत एक शादी शुदा महिला के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए एक व्रत रखती हैं। इसके अलावा इस व्रत से पहले व्रत की तैयारियां, जैसे मेहंदी लगवाना, नई चूड़ी, गहने या कपड़े लेने की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं। 

ऐसे में आपके जेहन में पहला सवाल होगा कि आखिर करवा चौथ व्रत कब है, तो आपको बता दें कि करवा चौथ व्रत इस साल यानी 2021 में अक्टूबर माह की 24 तारीख को आने वाला है। ऐसे में आप अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ व्रत की विधि को सही प्रकार निभा पाएं और करवा चौथ की कहानी सुन या पढ़ पाएं। इसकी सही जानकारी होनी चाहिए। आइए जानते हैं Karwa Chauth 2021 के व्रत के लिए आपको क्या करना है और किन बातों का रखना है ध्यान। 

क्या है करवा चौथ और विधि –  What is Karwa Chauth 2021 in Hindi 

क्या है करवा चौथ और विधि -  What is Karwa Chauth 2021 in Hindi 

करवा चौथ एक ऐसा पर्व है जो हिंदू धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को ही मनाया जाता है। इस व्रत के दौरान शादी शुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत प्रातः सुबह 4 बजे से शुरू होता है और रात में चंद्रमा के समय तक रखना होता है। करवा चौथ को बहुत सी जगह पर करक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा आज के युग में लोग इस दिन को पति दिवस भी कह देते हैं। 

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करवा चौथ व्रत की विधि

करवा चौथ व्रत की विधि
  1. सुबह के कार्यों को समाप्त कर महादेव और मां पार्वती के सामने जाकर व्रत का संकल्प लें। इस संकल्प में अपना नाम लेकर कहें कि मैं अपने पति की लंबी आयु, सुरक्षा और अखंड सौभाग्य हेतु व्रत रखूंगी। 
  2. इस संकल्प में आप यह भी बताएं कि आप किस तरह का व्रत रखेंगी। यानी आपका व्रत निराहार होगा, निर्जलीय होगा या फिर फलाहारी होगा, यह भी बताएं। 
  3. अगर मुमकिन हो तो यह व्रत निर्जलीय ही करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूरी हो जाएगी। 
  4. इसके बाद शिव पार्वती के सामने जाकर पूजा करें। पूजा के दौरान एक मिट्टी का बर्तन या तांबे का लोटा लें। इसके अलावा एक थाली ले और इसमें चावल, उड़द की दाल, सिंदूर, चूड़ियां, कंघी, बिंदी को रखें। एवं पूजा करके आप अपनी सांस या घर की किसी बड़ी बुजुर्ग महिला को यह सामग्री दे दे। इसके अलावा उनके पैर छूकर आर्शीवाद भी लें। 
  5. इस पूजा के दौरान करवा चौथ व्रत की कहानी जरूर सुने या पढ़ें। 
  6. इसके बाद शाम में चांद निकलने के बाद पहले छलनी से चांद को देखें और फिर पति को। इसके बाद अपने पति के पैर छुएं और उनके हाथों से पानी पिएं और व्रत खोलें। 

करवा चौथ व्रत की कहानी (कथा) – Karwa Chauth Vrat Ki Kahani

करवा चौथ व्रत की कहानी (कथा) - Karwa Chauth Vrat Ki Kahani

करवा चौथ व्रत की कहानी या करवा चौथ की कथा एक दो नहीं बल्कि कई हैं। ऐसे में आप अपने व्रत की पूजा करने के दौरान इनमें से किसी भी कहानी को सुन या पढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं करवा चौथ व्रत की कहानियों के बारे में। 

करवा चौथ की कहानी नंबर 1 

बहुत समय पहले एक साहूकार के सात बेटे और एक बेटी थी। सातों भाई अपनी बहन से बहुत प्यार करते थे और उसके खाने के बाद ही खाना खाते थे। एक रोज करवा चौथ के दिन जब सभी भाई काम से लौटे और खाना खाने बैठे तो उन्होंने बहन से खाना खाने का आग्रह किया। लेकिन व्रत की वजह से भोजन नहीं किया। 

पर बहन को भूख से परेशान देख सबसे छोटे भाई ने दिए के जरिए एक नकली चांद बना दिया और उसे बताया चांद निकल गया है। इसके बाद महिला ने व्रत खोला और भोजन करने बैठ गई। जिसके बाद पहले निवाले में उसे छींक आई, दूसरे में बाल निकला और तीसरे निवाले तक उसे पति की मौत की खबर आ गई। 

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इसके बाद उसकी भाभी ने महिला को सच बताया। अब महिला ने एक साल तक अपने पति के शव को संभालकर रखा और उसके शव पर उगने वाली सारी घास निकाल लेती थी। एक साल बाद जब करवा चौथ व्रत वाले दिन व्रत रखती है।

 इसके बाद जैसे ही भाभियां उससे आर्शीवाद लेने आती हैं तो वह प्रत्येक भाभी से कहती है कि यम सुई ले लो और पिय सुई दे दो और मुझे भी अपनी तरह सुहागिन बना दो। लेकिन सब ऐसा करने से मना कर देते हैं क्योंकि यह शक्ति केवल उनकी सबसे छोटी भाभी में थी, क्योंकि उन्ही के पति ने उनके साथ छल किया था।

इसके बाद सबसे छोटी भाभी आर्शीवाद लेने आती है और उनसे जोर जबरदस्ती करके पकड़ लेती है और उन्हें तब तक नहीं छोड़ती। इसके बाद भाभी का दिल पसीज जाता है और वह अपनी उंगली को काटकर उसमें से अमृत निकाल महिला के पति के मुंह में डाल देती हैं। इससे महिला का पति जीवित हो जाता है। 

करवा चौथ की कथा (कहानी) नंबर 2

करवा चौथ की कथा (कहानी) नंबर 2

ऐसा कहा जाता है कि प्राचीन समय में करवा नाम की एक पति वृता महिला हुआ करती थी। इनके पति एक उम्रदराज व्यक्ति थे। एक दिन स्नान करते समय नदी में मगरमच्छ ने इनके पति का पैर पकड़ लिया और उन्हें मारकर खाने की कोशिश करने लगा। ऐसा होने पर उनके पति ने अपनी पत्नी करवा को आवाज दी और अपने तपोबल के जरिए उन्होंने मगर को बांध दिया। इसके बाद मगरमच्छ को यमराज के हाथों मृत्यु दंड दिलाया और तभी से यह व्रत रखने की परंपरा शुरू हो गई। 

निष्कर्ष

दोस्तों आपने हमारे इस लेख में जाना कि Karwa Chauth 2021 से जुड़ी कई बाते जान ली हैं। अब आपको करवा चौथ की कहानी या करवा चौथ की कथा को लेकर किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो हमारे इस लेख को आगे जरूर शेयरह करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

करवा चौथ क्यों मनाया जाता है ?

करवा चौथ एक हिंदू धर्म से जुड़ा पर्व है। इस दिन पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं।

करवा चौथ के दौरान क्या खाया जा सकता है

करवा चौथ के दौरान आप कुछ खा भी सकते हैं या नहीं। यह बात आपके व्रत के संकल्प पर निर्भर करती है।

साल 2021 में करवा चौथ कब है ?

इस साल करवा चौथ 24 अक्टूबर यानी रविवार के दिन मनाया जाएगा।

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