जयपुर,राजस्थान में जन्मे इरफान खान अभिनय की दुनिया के सिकंदर थे। कल तक जिसे हम देख पाते थे, आज वह ना जाने कहां गुम हो गए। फिल्मी जगत के कुशल अभिनेता ने बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड तक अपनी पहचान बनाई। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी ने हमसे हमारा हीरो छीन लिया। फिल्म फेयर, पद्मश्री और राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित इरफान खान मैं अपनी अलग ही पहचान बनाई थी। अभी आई अंग्रेजी मीडियम फिल्म में उनका अभिनय बहुत अच्छा है।अभी 3 दिन पहले ही उन्होंने अपनी मां को खोया। अंतरराष्ट्रीय स्तर के अभिनेता मजबूत इंसान थे जो आखिरी समय तक अपनी बीमारी से लड़ते रहे। 2018 में हमें इस बीमारी का पता चला। इरफान खान ने हौसला नहीं छोड़ा और बीमारी की जंग लड़ते हुए भी अभिनय अंग्रेजी मीडियम से सबको चौंका दिया। फिल्मी सफर में कई चुनौतीपूर्ण अभिनय किए हैं। 29 अप्रैल को मुंबई की कोकिलाबेन अस्पताल में अपनी जिंदगी की जंग को हार गए। इरफान खान ने काफी चुनौतीपूर्ण अभिनय किए। फिल्म जगत में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो उन्हें चाहता ना हो। आज हम सभी उनके बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें हमेशा याद रखेंगे।
अभिनय का सफर
इरफान खान ने टीवी धारावाहिक और डॉक्यूमेंट्री फिल्मों में भी कारी किया है। 1992 में चाणक्य सीरियल में सेनापति भद्रसाल की भूमिका निभाई थी। और कई सारे धारावाहिक उन्होंने किए। पुलिस इंस्पेक्टर का रोल उन पर अच्छा लगता था। अंग्रेजी फिल्में जैसे प्रथा और बोकशू द मिथ में अभिनय किया। तेलुगू और अंग्रेजी फिल्म का अभिनय भी काफी शानदार रहा। स्लमडॉग मिलेनियर 2008 में बनी अंग्रेजी फिल्म ने ऑस्कर समारोह में 8 पुरस्कार जीते। इरफान खान का अभिनय बेमिसाल था। द लंचबॉक्स हो या हिंदी मीडियम सभी में कमाल का प्रदर्शन करते थे। 54 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह देने से पूरा बॉलीवुड दुखी है।
अपने अभिनय से सभी के दिलों पर राज करते थे। 1998 में सलाम बाम्बे से फिल्मी कैरियर शुरू किया। फिल्म पिंकू हो या फिल्म हासिल सभी में बेहतरीन कला का प्रदर्शन किया। इरफान खान को क्रिकेट से काफी लगाव था। सी के नायडू टूर्नामेंट में 23 साल से कम उम्र के खिलाड़ी हेतु प्रथम श्रेणी में क्रिकेट के लिए चुना गया था। धन की कमी होने से वे टूर्नामेंट में नहीं पहुंच पाए। नई दिल्ली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर छात्रवृत्ति हासिल की। अभिनय की महारत नई दिल्ली के नाट्य विद्यालय में सीखी।
पुरस्कार से सम्मानित
इरफान खान को उनके अभिनय के लिए जाना जाता है। इरफान फिल्मों में स्पष्ट वक्ता के तौर पर देखें जाते थे। 2004 हासिल फिल्म के लिए खलनायक अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार से इरफान खान को नवाजा गया।
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों किस श्रेणी का है। यह कला, समाज सेवा, लोक कार्य, खेलकूद, सिविल और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में दिया जाता है। राष्ट्रपति द्वारा प्रदत यह सम्मान असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। 2011 में भारत सरकार ने इरफान खान को इस सम्मान से सम्मानित किया। 60 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफान खान को पान सिंह तोमर के लिए श्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी दिया गया।