महज एक फिल्म पुरानी अनन्या पांडे इन दिनों सोशल मीडिया पर अपने ट्विटर अकाउंट सो पॉजिटिव को लेकर चर्चा में आ गई हैं। अनन्या ने साइबर बुलिंग और ट्रोलिंग के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है जिसका नाम है सो पॉजिटिव। इसके तहत अनन्या दूसरे स्टार के साथ मिलकर साइबर बुलिंग के खिलाफ काम कर रही हैं। दरअसल अपने करियर की शुरूआत में ही अनन्या पांडे साइबर बुलिंग का शिकार हो चुकी हैं और अब वो इसके खिलाफ खड़ी हो गई हैं।
अनन्या ने मीडिया से इस बारे में बातचीत में कहा कि मेरी तरह हर स्टार और सेलेब्रिटी साइबर बुलिंग का शिकार होता रहता है। कहीं न कहीं यंगस्टर सोशल मीडिया के जरिए अपने सेलेब्रिटीज से कनेक्ट रहते हैं लेकिन इसकी आड़ में सेलेब्रिटीज बुलिंग और ट्रोलिंग का शिकार होते रहते हैं।
ऐसा क्यों होता है इस सवाल के जवाब में अनन्या ने कहा कि दरअसल यूजर सेलेब्रिटी से इतना जुड़ाव महसूस करते हैं कि वो हमें अपनी प्रॉपर्टी समझने लगते हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें हक है कि वो सेलेब्रिटी के बारे कुछ भी कमेंट कर सकें।
ऐक्टरों औऱ सेलेब्रिटीज को पब्लिक प्लेटफॉर्म पर रहने का ये सबसे बड़ा नुकसान भुगतना पड़ता है। यूजर को समझना पड़ेगा कि सेलेब्रिटीज हैं तो इसका मतलब ये नहीं कि कुछ भी कमेंट कर दो. कमेंट का सेंस होना चाहिए। डिबेट कीजिए लेकिन वो हैल्दी होना चाहिए, अब्यूसिव नहीं।
अनन्या ने कहा कि यूजर को समझना चाहिए कि वो कमेंट करके निकल जाएंगे लेकिन दूसरे पर इसका क्या असर पड़ेगा। इमेज डेमेज होने के बाद जिंदगी पर कितना असर होता है। अनन्या ने कहा कि मेरी बात अलग है, मैं पापा पर गई हूं, अपने पर बने जोक्स को सहजता से ले लेती हूं। लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता, ऐसे कमेंट और ट्रोलिंग आपको जिंदगी में अकेला कर डालते हैं, हो सकता है कि वो इससे परेशान होकर जान भी गंवा बैठे।
इसलिए इस साइबर बुलिंग के खिलाफ जंग छेड़ना जरूरी है। ये बेबी स्टेप्स हैं, जरूरी नहीं कि ये तुरंत रुक जाए,समय लगेगा लेकिन उम्मीद है कि अच्छा होगा।