जब बात पैसों की होती है तो लोग अलग-अलग धारणाओं का अनुसरण करना शुरू करते हैं. अधिकतर लोग अपने घरों में या ऑफिस में मनी प्लांट लगाना पसंद करते हैं. लोगों का मानना है कि मनी प्लांट लगाने से घर व व्यवसाय में तरक्की बढ़ जाती है. मनी प्लांट लगाते वक़्त अकसर लोग सही दिशा पर ध्यान देना भूल जाते हैं और यहीं पर गलती कर बैठते हैं. वाश्तुशास्त्र कहता है कि यदि आपने मनी प्लांट गलत दिशा में लगाया है तो इससे फायदे की जगह नुकसान शुरू हो जायेगा. गलत दिशा का चुनाव करने से आर्थिक व व्यावसायिक दोनों स्थितियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.
वाश्तुशास्त्र बके मुताबिक मनी प्लांट को कभी भी उत्तर-पूर्व की दिशा में नहीं लगाना चाहिए. उत्तर-पूर्व में इसे लगाने से आर्थिक नुकसान के आसार बढ़ जाते हैं. आर्थिक नुकसान के साथ-साथ आपके रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव पद सकता है. मनी प्लांट के बेलों को बड़े होने पर अधिकतर लोग उसे ज़मीन पर ही फैला देते हैं, कितु यह बेहद नुकसानदेह होता है. मनी प्लांट के बेलों को हमेशा ऊपर की तरफ ही लगाना चाहिए तभी वृद्धि संभव है.मनी प्लांट लगाने वाले इस बात का ध्यान रखें कि प्लांट कभी मुरझाने न पाए. मुरझाया पौधा नुकसान का संकेत होता है. प्लांट को हमेशा पानी देते रहना चाहिए.
वाश्तुशास्त्र के हिसाब से मनी प्लांट को कभी भी पूर्व-पश्चिम की दिशा में ना लगायें. शास्त्र ऐसा मानता है कि पूर्व-पश्चिम दिशा में इसे लगाने से पति-पत्नी के रिश्तों में खटास पैदा होती है.वाश्तुशास्त्र के अनुसार प्लांट को हमेशा दक्षिण-पूर्व रखना सबसे उत्तम होता है. क्योंकि यह दिशा भगवान गणेश की है और इस दिशा के प्रतिनिधि शुक्र ग्रह हैं. इस दिशा में रखा प्लांट सुख-समृद्धि बढाता है तथा आर्थिक एवं व्यावसायिक वृद्धि भी करता है.